- इंदुदलासन का अभ्यास करना आपके लिए काफी आसान तो होगा ही साथ ही यह आपके कमर के आसपास के मोटापे को दूर करने में काफी मददगार साबित होगा। इस आसन की सबसे अच्छी बात है कि वे लोग जो योगाभ्यास शुरु कर रहे हैं उनके लिहाज से यह काफी अच्छा होता है। जिसका अभ्यास वे आसानी से कर सकते हैं। यह आपके शरीर के बगल के हिस्सों, बांहों और कंधों के लिए स्ट्रेचिंग का भी कार्य करता है। योगा एक्सपर्ट रूचि सिंह बताती हैं कि यह आसन आपका बैलेंस बनाने में मदद करता है, शरीर को लचीला बनाता है। साथ ही साथ आपकी एकाग्रता और ध्यान बढ़ाता है। www.allayurvedic.org
➡ ऐसे करें इस आसान का अभ्यास :
- • सीधें खड़े होकर अपने पैरों को पास ले आएं।
- • आप जैसे-जैसे सांस लेगें, वैसे-वैसे अपने हाथ ऊपर उठाइए और धीरे-धीरे अपनी हथेलियों को एक-दूसरे से जोड़े।
- • अब सांसों की गति के अनुसार अपने शरीर को बाईं ओर इस तरह घुमाइए कि चंद्राकार बन जाएं। अपनी कलाई मोड़िए और अपने पैर मोड़े। ध्यान रखिए आपकी बॉडी के बाएं हिस्से की स्ट्रेचिंग आपके शरीर के दाएं भाग में महसूस होना चाहिए।
- • इस अवस्था में 8-10 बार धीमे-धीमे सांस लें। इस स्थिति पर ध्यान देने और अधिक समय तक रहने से आपको इस आसन में पारंगत होने में सहायता होगी।
- • अब धीमे-धीमे गहरी सांस लेते हुए, सांस की गति के अनुसार अपने शरीर को धीरे-धीरे ऊपर की ओर ले आइए। सांस छोड़ दीजिए और धीमे से अपने शरीर को दाहिनी तरफ मोड़िए। इसी अवस्था में 8-10 बार धीमी लेकिन गहरी सांसे लीजिए।
- • अब शरीर को सीधा कीजिए और धीमे से अपने हाथों को नीचे की ओर ले जाएं। इस तरह आसन का एक राउंड पूरा हो जाएगा।
- • अपनी सांसों की गति को ध्यान में रखते हुए इस आसन को 5-6 बार दोहराएं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी पेट भरा हुआ होने पर इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। www.allayurvedic.org
➡ कुछ महत्वपूर्ण टिप्स :
- • अगर आपने अभी-अभी योगाभ्यास शुरु किया है या आप नये हैं और आपको अपने हाथों को खींचने में परेशानी हो रही है तो आप अपने हाथों को अपनी कमर पर रखें और फिर शरीर को मोड़ें।
- • अगर आपको बैलेंस करने या संतुलन बनाने में भी परेशानी हो रही है तो आप अपने पैरों को दूर-दूर रखकर भी इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं।
➡ ध्यान रखे :
- • अगर आपको कंधों, हिप्स या पीठ में चोट लगी हो तो इस आसन को न करें।
- •अगर आपकी गर्दन अकड़ गयी है तो आसन के दौरान सामने देखें।