कोरिया की उपचार पद्धति सुजोक की तरह की ही एक और उपचार पद्धति फेशियल रिफ्लेक्सोलॉजी का इन दिनों खासा प्रचार हो रहा है। ब्रिटेन में इस उपचार पद्धति के लगभग 35 हजार रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसके तहत यह माना जाता है कि हमारा चेहरा हमारे पूरे शरीर का प्रतिनिधित्व करता है।
जैसे नाक और जॉलाइन दिल का, आंखों की कोर गॉल ब्लैडर का, होंठों के ऊपर, नाक के पास और आंखों के नीचे के कुछ हिस्से पेट का और गालों के आस-पास के हिस्से हार्मोंस से जुड़े हुए हैं।इस उपचार पद्धति के माध्यम से आपके शरीर के किसी हिस्से में दर्द का इलाज आपके ही चेहरे के किसी पाइंट पर दबाव बनाकर किया जाता है।
फेशियल रिफ्लेक्सोलॉजी एक ऐसा इलाज है, जो उपचार की तीन प्राचीन पद्धतियों चायनीज मेरीडियन, चायनिज एनर्जी मेडिसीन और एक्यूपंक्चर पाईंट्स, वियतनामी और एंडीयन ट्राइब्स बॉडी मैप से प्रेरित है।
इस उपचार पद्धति का आधारभूत सिद्धांत चीनी औषधि है, जिसके अनुसार शरीर में ऊर्जा का संचार 12 अदृश्य पंक्तियों में होता है, जिसे मेरिडीयन्स भी कहा जाता है। होता क्या है कि जब कोई पंक्ति अवरुद्ध होने लगती है या फिर किसी तरह की कोई रुकावट होती है तो ये शरीर के दूसरे क्रियाशील हिस्सों पर प्रभाव डालने लगती है।
यही सिद्धांत उपचार की दूसरी पद्धतियों जैसे रैकी, एक्यूपंक्चर आदि का भी आधार है, ये सब भी ऊर्जा के प्रवाह के सिद्धांत पर आधारित है।सूजन डेविड जो कि स्पा कंसल्टेंट हैं बताती है कि – ‘इसकी मूलभूत प्रेरणा है एक्यूप्रेशर और पैरों और हाथों की रिफ्लेक्सोलॉजी।
इसमें नर्वस सिस्टम को प्रेरित करने के तरीके शामिल हैं। सभी शिराएं एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं और हम उन जगहों को खोज रहे हैं, जहाँ इसका सबसे ज्यादा असर होता है। एक दूसरा कारण इसके लोकप्रिय होने का यह है कि ये शरीर में रक्त-संचार की प्रक्रिया को भी बढ़ाता है, जिससे अपने आप शरीर के विकार ठीक होने लगते हैं। ये त्वचा को चमकदार, युवा औऱ ताजगी भरा बनाए रखने में भी असरकारक है।
‘यूके की फेशियल रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट निक्की आरिफ कहतीं हैं कि-‘इसकी सफलता पर इसलिए भी संदेह नहीं किया जा सकता है, क्योंकि दिमाग हमारे शरीर का नियंत्रक-केंद्र है और चेहरा पैरों की तुलना में इसके सबसे करीब है।
तो फेशियल रिफ्लेक्सोलॉजी फुट रिफ्लेक्सो़लॉजी की तुलना में ज्यादा तेजी से काम करती है।’कुछ सामान्य समस्या जैसे अनिद्रा, तनाव और सिरदर्द में ये थैरेपी आराम देती है। ये सही है कि इसके परिणाम तुरंत नजर नहीं आते हैं। ये किसी दूसरे तरह की मालिश की तरह है। कम से कम पाँच सिटिंग के बाद ही इसके परिणाम नजर आते हैं।