आज हम आपको All Ayurvedic में एक ऐसी समस्या के निदान के बारे में बताएँगे जो लगभग 70% लोगों को होती है वो है पेट से जुड़ी समस्या क़ब्ज़ की जिससे सुबह पेट अच्छे से साफ़ नही होता तो दिन भर निकलना मुश्किल हो जाता है।
सुबह जब तक पेट खुल कर साफ़ न हो तब तक व्यक्ति को मानसिक व शारीरिक शांति नहीं मिलती और इसके साथ साथ पेट खुल कर साफ़ न होने से आपको कब्ज की समस्या भी उतपन हो सकती है।
ऐसे में आपको बहुत अधिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है क्योंकि जब किसी का पेट खराब हो जाता है या उसे कब्ज हो जाती है तो बहुत सारे शारीरिक समस्या लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता हैं।
ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि हमारा पूरा शरीर पेट पर ही आधारित होता है अगर पेट में कही कोई भी छोटी बड़ी समस्या आ जाये तो आपको उसके लिए तुरंत कोई न कोई अच्छा सा उपाय जरूर कर लेना चाहिए ताकि आपको शारीरिक समस्या का सामना न करना पड़े।
लेकिन आज आपको सभी लोग तरह तरह के उपाय बताते है लेकिन उनका आपके पेट के ऊपर कोई भी असर नहीं पड़ता ऐसे में आप ये सोच लेते है की घरेलु उपाय काम नहीं करता लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होता अगर हम सही घरेलु उपाय का इस्तेमाल करते है तो आपके खुल कर पेट साफ़ न होने की सभी समस्या पहले दिन के इस्तेमाल से ही समाप्त हो जाती है और आप खुल कर सुबह अपना पेट साफ़ कर सकते हैं।
अगर आपका पेट ठीक तरह से साफ नहीं होता है तो इसका मतलब कब्ज हो सकता है और आपके शरीर में तरल पदार्थ की कमी है। कब्ज के दौरान आप खुद में तरोजाता महसूस नहीं कर पाते। कब्ज का यदि ठीक समय पर इलाज न कराया जाए तो ये एक भयंकर बीमारी का रूप ले सकता है।
कब्ज होने पर व्यक्ति को पेट संबंधी दिक्कूते जैसे पेट दर्द होना, ठीक से फ्रेश होने में दिक्कत होना, शरीर का मल पूरी तरह से न निकलना इत्यांदि होती हैं। कब्ज के लिए प्रभावी प्राकृतिक उपचार तो मौजूद है ही साथ ही आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से भी कब्ज को दूर किया जा सकता है। आइए जानें कब्ज के लिए कौन-कौन से आयुर्वेदिक उपचार मौजूद हैं।
दरअसल, पानी और तरल पदार्थों की कमी कब्ज का मुख्य कारण है। तरल पदार्थों की कमी से मल आंतों में सूख जाता है और मल निष्कासन में जोर लगाना पडता है। जिससे कब्ज रोगी को बहुत परेशानी होने लगती है।
कब्ज के रोगी को तरल पदार्थ व सादा भोजन जैसे दलिया, खिचड़ी इत्यादि खाने की सलाह दी जाती है। कब्ज होने पर बहुत सारा पानी पीने की सलाह दी जाती है, इसके अलावा गर्म पानी पीने के लिए भी डॉक्टर्स सलाह देते हैं। तो चलिए जानते है की कैसे हम घरेलु उपाय को घर पर बनाते है।
आवश्यक सामग्री :
3-5 ग्राम त्रिफला पाउडर
एक चम्मच शहद
एक गिलास गरम पानी
बनाने की विधि और सेवन का तारिका :
रात को सोने से पहले १ चम्मच शहद में ३-५ ग्राम त्रिफला पाउडर को १ गिलास गर्म पानी के साथ मिलकर इसका सेवन करना है ऐसा करने से पहले दिन से आपको कब्ज में आराम देखने को मिलता है और आपके पेट के सभी रोग समाप्त हो जाते है। इसीलिए पेट की समस्या या कब्ज की समस्या के रोगी को इसका सेवन जरूर करना चाहिए। आपका पेट सुबह पानी की तरह साफ़ और हल्का हो जाएगा।
पेट साफ़ करने के अन्य घरेलु रामबाण उपाय :
गिलोय का बारीक चूर्ण को गुड़ के साथ बराबर की मात्रा में मिलाकर 2 चम्मच सोते समय सेवन करने से कब्ज का रोग दूर हो जाता है।
अजवायन 10 ग्राम, त्रिफला 10 ग्राम और सेंधानमक 10 ग्राम को बराबर मात्रा में लेकर कूटकर चूर्ण बना लें। रोजाना 3 से 5 ग्राम इस चूर्ण को हल्के गर्म पानी के साथ सेवन करने से काफी पुरानी कब्ज समाप्त हो जाती है।
कब्ज के दौरान कई बार सीने में भी जलन होने लगती हैं। ऐसे में एसीडिटी भी हो जाती है और कब्ज होने पर शक्कर और घी को मिलाकर खाली पेट खाना चाहिए।
हरी सब्जियों और फलों जैसे पपीता, अंगूर, अमरूद, टमाटर, चुकंदर, अंजीर फल, पालक का रस या कच्चा पालक, किश्मिश को पानी में भिगोकर खाने, रात को मुनक्का खाने से कब्ज दूर करने में मदद मिलती है।
इसबग़ोल की भूसी को रात को सोने से पहले गर्म दूध में या फिर पानी में घोल कर भी पिया जा सकता है।
खाने में हरे पत्तेदार सब्जियों के अलावा रेशेदार सब्जियों का सेवन खासतौर पर करना चाहिए। इससे शरीर में तरल पदार्थों में बढ़ोत्तनरी होती है।
चिकनाई वाले पदार्थ भी कब्ज के दौरान लेना अच्छा रहता है।
गर्म पानी और गर्म दूध कब्ज को दूर करता है। रात को गर्म दूध में अरंडी का तेल डालकर पीना कब्ज को दूर करने में कारगार है।
नींबू को पानी में डालकर पीने, दूध में घी डालकर पीने, गर्म पानी में शहद डालकर पीने, सुबह-सुबह गर्म पानी पीने से कब्ज को दूर करने में बहुत मदद मिलती है।
अलसी के बीजों का पाउडर पानी के साथ और दो सेव फ़ल खाने से कब्ज भगाने में मदद मिलती हैं।
इस तरह से प्रभावी प्राकृतिक उपचार और आयुर्वेदिक उपचार के माध्यक से कब्ज को स्थायी रूप से आसानी से दूर किया जा सकता है।