आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगो का ध्यान अपने खान पान पर नहीं रहता है। ऐसे में लोगो में शारीरिक कमजोरी बेहद आम बात हो गयी है। इंसान कितना भी धनि हो परन्तु शरीर का धन ना हो तो सारा पैसा व्यर्थ हो जाता है। अक्सर मौसम में बदलाव के साथ ही लोगों को बार-बार थकान और घबराहट की समस्या का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह न सिर्फ घर और ऑफिस के काम पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि कई सारी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।
शरीर की मजबूत बनावट और कमजोरी रहित शरीर एक स्वस्थ व्यक्ति की पहचान मानी जाती है। हम में से कई शरीर की कमजोरी से जूझ रहे हैं। कार्यशैली और खान-पान की वजह से लोगों शारीरिक व मानसिक कमजोरी आजकल ऐसी आम समस्याएं हो चुकी हैं। इन समस्याओं ने हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में लिया हुआ है और इन समस्याओं के चलते न आदमी अपना काम ध्यान कर सकता और न स्वस्थ रह पाता है।
ऐसे में यदि शारीरिक और मानसिक कमजोरी की समस्याओं से परेशान हैं तो हम आपको आज All Ayurvedic के माध्यम से ऐसे उपाय के बारे में बताएँगे जिससे आप बेहद आसानी से अपने शरीर की कमजोरी को दूर कर बलवान बन पाएंगे। इस घरेलू नुस्खे के कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है और यह तरीका भी बेहद सस्ता है। इस उपाय को बच्चे से लेकर बूढ़े तक और महिला-पुरुष दोनों के लिए कारगर है, आइये जानते उन प्राकृतिक घरेलू उपाय के बारे में…
शरीर की कमजोरी को दूर करने के उपाय
दुर्बलता (कमजोरी) : पके अंजीर को बराबर की मात्रा में सौंफ के साथ चबा-चबाकर सेवन करें। इसका सेवन 40 दिनों तक नियमित करने से शारीरिक दुर्बलता दूर हो जाती है।
कमज़ोर शरीर को बलवान बनाएँ : बरगद के फल छाया में सुखाकर चूर्ण बना लें। गाय के दूध के साथ यह 1 चम्मच चूर्ण खाने से कमज़ोर शरीर भी बलवान बनता है। या 1 भाग बरगद की कोंपल (मुलायम पत्तियां), 1 भाग गूलर की छाल और 2 भाग चीनी मिलाकर चूर्ण बना लें। 21 दिन तक 10 ग्राम चूर्ण रोजाना दूध के साथ खाने से शारीरिक कमज़ोरी समाप्त हो जाती है।
शक्तिवर्द्धक और बल वृद्धि : बरगद के पेड़ के फल को सुखाकर बारीक पाउडर लेकर मिश्री के बारीक पाउडर मिला लें। रोजाना सुबह इस पाउडर को 6 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ सेवन से हर प्रकार की शारीरिक कमज़ोरी दूर होती है, वैवाहिक जीवन से जुड़े सभी रोग दूर होते हैं।
कमजोरी दूर करने के लिए मेवों का इस्तेमाल : इसके लिए आपको एक गिलास दूध में 2 काजू, 2 बादाम और 5 छुहारो का पाउडर बना कर इसे अच्छी तरह मिलाकर पीना है। आप इसके मिठास के लिए मिश्री मिला सकते हैं। इस मिश्रण को रात में खाने के बाद मिलाकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है।
ताकत को बढ़ाने वाला : सूखे अंजीर के टुकड़े और छिली हुई बादाम गर्म पानी में उबालें। इसे सुखाकर इसमें दानेदार शक्कर, पिसी इलायची, केसर, चिरौंजी, पिस्ता और बादाम बराबर मात्रा में मिलाकर 8 दिन तक गाय के घी में पड़ा रहने दें। बाद में रोजाना सुबह 20 ग्राम तक सेवन करें। छोटे बालकों की शक्तिक्षीण के लिए यह औषधि बड़ी हितकारी है।
पुनर्नवा की जड़ और दूध : पुनर्नवा की जड़ों का रस (2 चम्मच) दूध के साथ एक माह तक सेवन करने से बूढ व्यक्ति भी युवा की तरह ताकत महसूस करने लगता है।
कौंच के बीज और तालमखाना : 100 ग्राम कौंच के बीज और 100 ग्राम तालमखाना को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। इसमें 200 ग्राम मिश्री पीसकर मिला लें। हल्के गर्म दूध में आधा चम्मच चूर्ण मिलाकर पीएं।
धाय के फूल, मुलेठी, नागकेशर, बबूलफली : कमजोरी में जल्दी लाभ लेने के लिए धाय के फूल, मुलेठी, नागकेशर, बबूलफली बराबर मात्रा में लेकर इसमें आधी मात्रा में मिश्री मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण का 5-5 ग्राम की मात्रा में सेवन लगातार एक माह तक करें।
छुहारे, काजू, बादाम : रोज रात को सोने समय चार-पांच छुहारे, दो-तीन काजू व दो बादाम को 300 ग्राम दूध में खूब अच्छी तरह से उबालकर और पकाकर दो चम्मच मिश्री मिलाकर लें।
अजवायन और सफेद प्याज : 100 ग्राम अजवायन को सफेद प्याज के रस में भिगोकर सुखाएं, ऐसा तीन बार करें तथा इसे कूटकर किसी बोतल में भरकर रख लें। इसके बाद रोज आधा चम्मच चूर्ण एक चम्मच पिसी हुई मिश्री के साथ मिलाकर खाएं। इसके ऊपर से हल्का गर्म दूध पी लें। करीब-करीब एक महीने तक इस मिश्रण का उपयोग करने से कमजोरी दूर होगी।
अश्वगंधा चूर्ण और बिदारीकंद : अश्वगंधा चूर्ण और बिदारीकंद को 100-100 ग्राम की मात्रा में लेकर बारीक चूर्ण बनाएं और आधा चम्मच चूर्ण दूध के साथ सुबह और शाम लें। यह मिश्रण कमजोरी दूर कर शरीर को ताकत देने वाला होता है।
केले के साथ दूध के साथ इस्तेमाल : इसके लिए आपको सुबह आधा लीटर दोष के साथ चार केलो का सेवन करना होगा। रात में खाने के बाद भी आपको आधा लीटर दूध के साथ चार केलो का सेवन करना होगा। केला और दोष का एक साथ सेवन करने से शरीर में वसा बढ़ने लगती है जिससे शरीर मोटा होने लगता है। ये उपाय पतले लोगो के लिए बेहद लाभकारी है।
सुन्दर सन्तान के लिए : बरगद के पके हुए फल और पीपल के फल को सुखाकर बारीक चूर्ण बना लें इस 25 ग्राम चूर्ण को 25 ग्राम घी में भूनकर, हलवा बना लें इसे सुबह-शाम खाने से ऊपर से बछड़े वाली गाय का दूध पीने से विशेष बल वृद्धि होती है। अगर स्त्री-पुरुष दोनों खायें तो शरीर शुद्ध हो जाएगा जिससे सुन्दर सन्तान जन्म लेती है।