कॉफी पीने से शरीर में गर्मी और चुस्ती फुर्ती आती है। ठण्ड के मौसम में तथा ठण्डे प्रदेश की यात्रा के दौरान कॉफी का सेवन किया जाए तो शरीर की ठण्ड से रक्षा होती है और ज्ञानतन्तु जाग्रत होते हैं। कॉफी बहुत गर्म होने के कारण रोजाना पीने की आदत नहीं डालनी चाहिए।
कॉफी अफीम का प्रतिविष है। लगातार गर्म-गर्म काफी पीने से अफीम का जहर उतर जाता है। अफीम का व्यसन छोड़ने के इच्छुक लोग यदि कुछ दिनों तक कॉफी का सेवन करें तो अफीम के अभाव में शरीर के पानी-पानी होने अथवा हाथ-पैर का दर्द दूर हो जाता है।
कॉफी के अमुल्य फायदे
- शारीरिक एवं मानसिक थकान: काफी पीने से शरीर और दिमाग की थकान एवं भोजन के बाद पेट में होने वाली गड़बड़ियां दूर हो जाती है। भोजन के बाद काफी पी लेने से पित्त प्रसन्न और हल्कापन महसूस होता है।
- दर्द: कहीं भी कैसा भी दर्द हो, कॉफी पीने से दर्द कम हो जाता है। कॉफी में कैफीन तत्व होता है जो दिमाग के अनुभव केन्द्र जिसे सेन्सरी कार्टेक्स कहा जाता है को प्रभावित कर उत्तेजना लाता है। इससे दर्द कम हो जाता है।
- प्रसव में देरी: देर से प्रसव होने से बेचैनी, उत्तेजित महिलाओं को तेज काफी देने से लाभ होता है।
- मादक प्रभाव (नशीला प्रभाव) नाशक: तेज काफी पीने से मदिरा और अफीम के जहर का असर दूर हो जाता है।
- चक्कर आना (समुद्र यात्रा के दौरान): समुद्र यात्रा के दौरान होने वाली उल्टियों और चक्करों से बचने के लिए जहाज में सवार होने के लगभग एक घंटे पहले तेज कॉफी काफी पीना चाहिए तथा बोतल में कॉफी भरकर अपने साथ रखें और यात्रा के समय ही पियें। इससे समुद्री यात्रा के दौरान आने वाली सभी समस्याएं नष्ट हो जाती हैं।
- हार्निया (आंत का उतरना): बार-बार काफी पीने और हार्निया वाले स्थान को कॉफी से धोने से हार्नियां के गुब्बारे की हवा निकलकर फुलाव ठीक हो जाता है। मृत्यु के मुंह के पास पहुंची हुई हार्नियां की अवस्था में भी लाभ होता है।
- दमा या श्वास रोग:
- दमा के रोगी को सांस रुक-रुककर आने पर कॉफी पिलाने से आराम आता है।
- दमा का दौरा पड़ने पर गर्मा-गर्म कॉफी बिना दूध और चीनी डालकर पीने से आराम मिलता है।
- खांसी: तेज खांसी में बिना दूध की गर्म कॉफी पीने से लाभ मिलता है।
- दर्द व सूजन: कॉफी पीने से दर्द कम होता है। कॉफी में कैफीन तत्त्व होता है जो दिमाग के अनुभव-केन्द्र जिसे सेन्सरी कार्टेक्स कहते हैं को प्रभावित कर उत्तेजना लाता है। इससे दर्द कम होता है।
सावधानी: कॉफी लगातार लम्बे समय तक पीते रहने से स्नायु दुर्बल हो जाते हैं। स्वास्थ्य खराब रहता है। अत: इसे औषधि की तरह आवश्यकता पड़ने पर ही पीना चाहिए।