• अक्सर व्यक्ति का आचरण, व्यवहार व भविष्य उनके जन्में दिन पर आधारित होता है। हर दिन किसी न किसी ग्रह से जुड़ा होता है। 
  • ऐसे में आगर हम अपने या किसी व्यक्ति के व्यवहार व भविष्य के बारे में जानना चाहते हैं तो पहले हमें यह जानना ज़रुरी है कि आपका जन्म किस दिन हुआ है। और अगर आप यह जानते हैं तो आसानी से अपने जीवन से जुड़ी हर बात जान सकते हैं। 
  • आज हम आपको बताते हैं शुक्रवार के दिन जन्म लेने वाले लोग कैसे व्यक्तित्व के होते हैं? वे अपने जीवन में वे सफलता कैसे हासिल कर सकते है? उनका दांपत्य जीवन कैसा होगा? या फिर किन उपायों को करने से उनके जीवन की सभी परेशानियों को दूर हो सकती है।

तो आइए जानते हैं शुक्रवार को जन्में लोगों के आचरण व भविष्य के बारे में –

कैसे स्वभाव के होते है?

  • शुक्रवार को जन्में लोगों को पर मां लक्ष्मी व शुक्र का कृपा होती है, चुकिं वे शुक्रवार को जन्में हैं तो उनके स्वामी ग्रह शुक्र है और इसी वजह से वे भैतिक सुख-सुविधा जैसे धन, भुमि आदि के शौकिन होते हैं। इस दिन जन्मा व्यक्ति बुद्धि से तीव्र, स्वभाव में सरल, जिंदादिल व भावुक होने के साथ-साथ संगीत प्रेमी, दानी व साहसी भी होता है। इस दिन जन्में जातक साफ रंग के व बेहद आकर्षक होते हैं।
  • ऐसे लोगों को साज-श्रृंगार से काफी लगाव होता है और ये अपनी मधुर वाणी से सभी का दिल जीत लेते हैं। ये लोग चंचल स्वभाव के होते हैं व अकेला रहना इन्हे कभी भी गवारा नहीं होता। और लोगों के मुकाबले इन लोगों के दोस्तों की संख्या अधिक होती है।

कैसा होगा आपका करियर?

  • आम तौर पर ये लोग अपने कार्य को मेहनत औऱ लगन के सात करते हैं और शायद इसीलिए इन्हे अपनी तारिफे सुनना बेहद पसंद होता है। इस दिन जन्मे जातक कागज़ी, कपड़े, सोफ्टवेयर, डिज़ाइन, फैशन, कला, फल्म इंडस्ट्री आदि क्षेत्र में परिपुर्ण होते हैं और अपने कार्य क्षेत्र में सभी के अज़ीज होते हैं।

क्या कहता है दांपत्य जीवन?

  • ऐसे लोग जिससे भी प्यार करते है, उसके प्रति ईमानदार होते हैं लेकिन इनके चंचल स्वभाव के कारण आपके प्रेम-संबंध में कभी कुछ परेशानियां आ सकती है। लेकिन ये लोग अपनी कुशलता से जल्द ही इस परेशानी का हल निकाल लेते हैं। ये लोग अपने जीवन साथी को हमेशा खुश रखते हैं परिणाम स्वरुप इनका दांपत्य जीवन सुखी होता है।

स्वास्थय:

  • शुक्रवार को जन्म लेने वाले व्यक्ति अपने स्वास्थय का खास ध्यान रखें क्योंकि ज़रा सा भी लापरवाही आपको पीलिया, शुगर, आखों से संबंधित रोग, सफेद कुष्ट, बुखार व गले के रोग का शिकार बना सकता है।