विभीषण बहुत बड़ा ज्ञानी था। राक्षस होने के बावजूद भी उसे सारी विद्याओं का ज्ञान था। वह अत्यंत मायावी और शक्तिशाली था परंतु उसने कभी अपनी माया, शक्ति का प्रयोग किसी गलत का कार्य के लिए नहीं किया। इसलिए रामायण में विभीषण को पंडित भी कहा जाता है। विभीषण की सहायता से ही श्री राम जी भयंकर युद्ध को जीत पाए थे। उसने रावण की सारी मायावी शक्ति तथा कमजोरियों के बारे में श्री राम को बताया था। जिसके कारण श्री राम जी युद्ध को बहुत ही सरलता से जीत पाए। इसी बीच विभीषण ने श्रीराम को कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई थी। जोकि प्रत्येक इंसान के जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है तो आइए जानते हैं कौन सी थी यह बातें।
विभीषण ने भगवान राम को बताई थी 4 रहस्यमयी बातें
- माया को विभिन्न रूपों में देखा जा सकता है। यह जो संसार है हमारे चारों ओर का, यह भी माया का ही एक रुप है। हम उसी को देखते हैं उस के आकर्षण से भ्रमित हो जाते हैं।
- कई बाहर जो हम देखते हैं हमें वही सत्य लगता है, परंतु यह मनुष्य की सबसे बड़ी नासमझी है कि वह प्रत्यक्ष और दृश्यमान को देखकर उसी में खो जाता है और उसी को सच मान लेता है।
- जब तक हम अपने मन से माया और भ्रम को नहीं निकाल देते, तब तक हम किसी भी कार्य में सफल नहीं हो सकते।
- जो गंभीर प्रज्ञा वाला हो, जो मेधावी हो, जो सुकर्म-कुकर्म को पहचानता हो, जो संयमी हो, इच्छा रहित हो वही अपने जीवन में जीत हासिल कर सकता है।