- नमस्कार दोस्तों एकबार फिर सेआपकाAll Ayurvedic में स्वागत है आज हम आपको जौ और जौ के पानी के फ़ायदों के बारे में बताएँगे। जौ एक किस्म का अनाज होता है जो देखने में गेंहू की तरह लगता है। जौ गेहूं की अपेक्षा हल्का होता है। जौ में लैक्टिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड, फॉस्फोरिक एसिड, पोटैशियम और कैल्शियम होता है। अगर आपके पेट और उसके आसपास अधिक चर्बी जमा हो गई हो तो जौ के पानी का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसको पीने से आपकी पेट की चर्बी कम होने लगती है। इस लेख में विस्तार से जानिये, यह चर्बी कैसे कम करता है।
- जौ की रोटी का इस्तेमाल अक्सर डायबिटिज मरीजो के लिए बेहतर माना जाता है। उनके शरीर के लिए यह बहुत ही फायदेमंद होता है। इस तरह की बीमारियों के अलावा और भी कई तरह की बीमारियां है जिसमे यह हमारे शरीर को बहुत फायदा करता है। और हमारे शरीर मे उन बीमारियो से लड़ने की क्षमता पैदा करता है। जौ में भरपूर मात्रा में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैगनीज, सेलेनियम, जिंक, कॉपर, प्रोटीन, अमीनो एसिड, डायट्री फाइबर्स सहित कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो कि हमारी सेहत को काफी फायदा पहुंचाते है। इसका इस्तेमाल हम अनाज के रुप मे तो करते है हि साथ ही अगर इसका इस्तेमाल पानी के साथ किया जाएं तो यह हमारे शरीर मे बहुत फायदा पहुंचाता है। यह कई बीमारियों से निजात दिलाने मे हमारी सहायता करता है।
जौ के पानी को तैयार की विधि :
- इसके लिए आप कुछ मात्रा में जौ लगभग (100-250 ग्राम) ले लीजिए और उसे अच्छी तरह साफ कर लीजिए उसके बाद इसे करीब चार घंटे तक पानी में भिंगोकर छोड़ दीजिए। फिर इस पानी को तीन से चार कप पानी में मिलाकर धीमी आंच में कम से कम 45 मिनट तक उबाले। इसके बाद गैस बंद कर दें और इसे ठंडा होने दे। जब यह ठंडा हो जाएं तो इसे एक बोतल में भरकर इसके पानी को पीने के लिये इस्तेमाल में लेवे, ये एक दिन का प्रयोग है यही प्रक्रिया रोजाना करे लाभ होगा। मोटापे से ग्रसित लोग कृपया जंक फूड को त्याग दे।
जौ को अनाज के रुप मे खाने के साथ-साथ इसके पानी पीने के और क्या-क्या है फायदें :
1. मोटापा, पेट और कमर की चर्बी घटाए :
- वजन सबंधी परेशानी मे यह बहुत ही उपयोगी होता है। इसमें ऐसे तत्व पाएं जाते है। जिसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ते है। जौ मोटापे को कम करने मे उपयोगी होता है जिससे आप स्लिम नजर आ सकते है।
- कैसे कम करता है मोटापा : जौ घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का स्रोत होता है। इस गुण के कारण आपको देर तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। दो लीटर पानी में दो बड़े चम्मच जौ डालकर उबालें। उबालने के वक्त ढक्कन को अच्छी तरह से लगा दें ताकि जौ के दाने अच्छी तरह से पक जायें। जब यह मिश्रण पानी के साथ घुलकर हल्के गुलाबी रंग का पारदर्शी मिश्रण बन जायें तो समझ जाना चाहिए कि यह पीने के लिए तैयार है, इसको छानकर रोज इसका सेवन करें। इसमें नींबू, शहद और नमक भी डाल सकते हैं। छिलके वाले में ज्यादा फाइबर होता है और पकाने में ज्यादा समय लगता है इसलिए बिना छिलके वाले पकाने में आसान हैं। और जौ-चने के आटे की चपाती के सेवन से भी पेट और कमर ही नहीं सारे शरीर का मोटापा कम हो जाएगा।
2. यूरीनरी इंफेक्शन, डीहाइड्रेशन, शरीर के विषाक्त पदार्थ :
- इस मिश्रण (बिंदु क्रमांक 1 में बताया गया मिश्रण) को पीने से पेट की चर्बी तो कम होगी साथ ही डीहाइड्रेशन की समस्या भी नहीं होगी। यह यूरीनरी इंफेक्शन के उपचार में भी मददगार है। यह कब्ज़ को दूर करने के साथ-साथ अमा दोष (आयुर्वेद के अनुसार पेट के विषाक्त अवांछित पदार्थ) से भी राहत दिलाता है। इस अनाज में मूत्रवर्द्धक (diuretic) गुण होता है जो विषाक्त पदार्थों के साथ शरीर के अतिरिक्त पानी को भी निकाल देता है।
3. ह्रदय की बीमारीयो में :
- इसमें पाया जाने वाले तत्व कोलेस्ट्राल के लेवल को ठीक रहता है। जिसके कारण आपको दिल संबंधी किसी भी तरह की बीमारी नहीं होगी। दिल की बीमारी होने का मुख्य कारण कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होना होता है।
4. इम्यूनिटी सिस्टम बनाए मजबूत :
- इसमें ऐसे तत्व पाए जाते है। जो कि आपके शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकाल देता है। जिससे कि आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत हो जाता है। साथ ही आपकी स्किन में निखार भी आता है।
5. पेट मे जलन :
- गर्मियों के मौसम में इसे पीने से ठंड़क मिलती है। अगर आपने तेज मसालेदार खाना खाया है जिसके कारण आपको पेट में जलन हो रही हो तो इसे दूर करने के लिए आप जौ के पानी का सेवन करे जिससे आपकी पेट की जलन मे काफी फायदा करता है।
6. पैरों की सूजन :
- गर्भावस्था के दौरान महिला के पैरों में होने वाली सूजन को कम करता है। और उनके पैरो की सूजन से सबंधी परेशानी को दूर करता है।
7. यूरीन की समस्या :
- अगर आपको यूरिन संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या है, तो जौ के पानी का सेवन करना काफी फायदेमंद साबित होता है। यह आपकी यूरीन सबंधी प्रोब्लम को दूर रखता है।