धातुओं के छल्ले का जीवन में बहुत अधिक महत्व है। ये कई प्रकार के दोषों को दूर करने में भी सहायक है। इसलिए महीलाओं और पुरुषों को भी कई तरह की धातुओं की अंगूठियां पहनाई जाती है। महिलाओं को शादी के बाद बिछिया, नाक की लौंग और दूसरे आभूषण पहनने के लिए कहा जाता था।

अगर आपके शरीर के कुछ खास अंगों पर धातु हो, तो आप अचानक से अपना शरीर नहीं छोड़ सकतीं है। लोहा, तांबा, पीतल, सोना और चांदी जैसे कई धातु हैं जिनका अपना एक अलग महत्व बताया गया है। इन धातुओं में कॉपर यानी तांबा एक ऐसी प्राचीन धातु है जिसका इस्तेमाल कई सालों से होता आ रहा है।

अंगूठियां और तावीज ज्वेलरी में बहुत पॉपुलर है। ये ऐसी ज्वेलरी है जिसे महिलाएं और पुरूष दोनों पहनते हैं। आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में कई ऐसी धातुएं बताई गई हैं जिनको पहनने से कई तरह के रोग दूर हो जाते हैं। बीमारी के हिसाब से आपको उस धातू की अंगूठी पहननी होगी। आज हम आपको All Ayurvedic के माध्यम से लोहे, तांबे और टिन की अंगूठी पहनने के फायदे बता रहे हैं।

तांबे की अँगूठी | Copper Ring

तांबे में पानी के कीटाणुओं को खत्म करने का एक विशेष गुण है इसलिए ताबें के बर्तन में रखे हुए पानी को पीने की सलाह भी दी जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि तांबे से बनी हर चीज मानव जीवन के लिए उपयोगी और फायदेमंद है। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं तांबे से बनी अंगूठी को उंगलियों में धारण करने से होने वाले 10 फायदों के बारे में।

तांबे की अँगूठी पहनने के 10 स्वास्थ्य वर्धक फ़ायदे

पेट की समस्याओं में फायदेमंद : तांबे की अंगूठी पेट से संबंधित सभी समस्याओं में काफी फायदेमंद है. यह पेट दर्द, कब्ज, पेट का भारीपन, पाचन में गड़बड़ी और एसिडिटी की समस्याओं में फायदा पहुंचाती है. इसके अलावा अगर आप पेचिश की समस्या से परेशान हैं तो तांबे की अंगूठी इस समस्या में आपकी काफी मदद कर सकती है।

नाखून और त्वचा की समस्या में फायदेमंद : तांबे की अंगूठी को ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद बताया गया है बल्कि नाखून और त्वचा से संबंधित समस्याओं के उपचार में भी यह फायदेमंद है।

ब्लड सर्कुलेशन में आता सुधार : उंगलियों में तांबे की अंगूठी धारण करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है. इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन की कमी से होनेवाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से राहत मिलती है।

इम्युनिटी होती है मजबूत : कई प्रकार की धातुओं में तांबा एकमात्र ऐसी धातु है जो सबसे प्राचीन मानी जाती है. तांबे की अंगूठी पहनने से रक्त की अशुद्धियां दूर होती है और शरीर का इम्युन सिस्टम मजबूत होता है। यह युवावस्थाके होने वाली पिम्पल्स को ठीक करती हैं।

तन और मन को रखता है शांत : तांबे की अंगूठी शरीर की गर्मी को कम करने में मदद करता है. इसे पहनने से शारीरिक और मानसिक तनाव कम होता है. इसके साथ ही गुस्से पर नियंत्रण होता है. ये अंगूठी तन और मन दोनों को शांत रखने में मदद करता है।

ब्लड प्रेशर को करता है नियंत्रित : तांबे की अंगूठी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है. ये हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होती है. इसके अलावा इस अंगूठी को पहनकर आप शरीर के सूजन को भी कम कर सकते हैं।

सूर्य से संबंधित रोगों में कारगर : सूर्य से संबंधित परेशानियों के लिए तांबे को काफी फायदेमंद माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक एक तांबे की अंगूठी पहनकर आप सूर्य से संबंधित सभी रोगों से काफी हद तक निजात पा सकते हैं।

आध्यात्मिक साधना : तांबे की अंगूठी का भी साधना की दिशा में महत्त्व है। जब लोगों को गहन साधना के मार्ग पर डालते हैं, तो हम उन्हें तांबे की अंगूठी देते हैं। मुख्य रूप से आध्यात्मिक साधना का मकसद जीवन के सुर को सर्वोच्च बिंदु तक ले जाना होता है।

तीव्र साधना : जब लोग बहुत तीव्र साधना करते हैं, तो इस बात की संभावना होती है कि वे अचानक शरीर से मुक्त हो सकें। लेकिन शरीर पर धातु हो, तो कुछ भी नहीं होता है। तांबा धातु हमेशा उस प्रक्रिया को बाधित कर देती है क्योंकि वह शरीर के साथ आपका संपर्क मजबूत करता है। कुछ हद तक सोना भी ऐसा करता है। सोना पहनना अच्छा माना गया है।

स्वास्थ्य लाभ : गौरतलब है कि तांबे की अंगूठी के ये सारे स्वास्थ्य लाभ आपको तभी मिलेंगे जब आप ये अंगूठी शुद्ध तांबे की बनी हो. जरा सोचिए अगर एक छोटी सी अंगूठी आपको इतने सारे फायदे पहुंचा सकती है तो फिर आप इसे धारण करने में देरी क्यों कर रहे हैं।

लोहे की अंगूठी पहनने स्वास्थ्य वर्धक लाभ

किडनी का दर्द : राइट हेंड की मिडिल फिंगर में लोहे की अंगूठी पहनने से किडनी में होने वाला दर्द ठीक होने लगता है।

मुंहासे : राइट हेंड की अनामिका में तांबे की अंगूठी पहनने से मुहांसे कम होते हैं।

मिर्गी : मिर्गी के मरीजों को गाय के सींग की अंगूठी बनाकर लेफ्ट हेंड में पहनने पर फायदा होता है। 10 ग्राम असली हींग को अगर गले में बांधा जाएं तो भी मिर्गी के मरीजों को फायदा मिलता है।

हाइपरटेंशन : आपामार्ग की जड़ को ऐसे बांधा जाएं कि वह मरीज के सीने को टच करती हो तो ब्लड प्रेशर जल्दी नॉर्मल हो जाता है। इसको हाथ में बांधने से टाइफाइड भी ठीक हो जाता है।

मोटापा : मोटापे के रोगियों को टिन की लेफ्ट हेंड की अनामिका जिसे रिंग फिंगर भी कहते हैं पहनना चाहिए। इससे वजन कंट्रोल में रहता है।